Month: February 2021

प्रलय – POEM BY ARNAB MOITRO

प्रलय – POEM BY ARNAB MOITRO

यह कैसा गहरा सन्नाटा है जो पार नज़र के जाता है? फूल-पत्र सब मृत पड़े वृक्ष तरु सब स्थिर खड़े चेतना के कोई शब्द न सुन पाते मेरे कर्ण सहम उठता मन कर के इस अपकर्ष का स्मरण काट दिए

Poem Written By Dr. Lata Satyawan Naik

Poem Written By Dr. Lata Satyawan Naik

एक युगप्रवर्तक आत्मविभूषित युगनायक कर्णसमान समाजसेवक देश के सपूत, देश की रक्षक भारत के अग्रेसर नेताजी सुभाष चंद्रो बसु स्मरण में इनके देश आज बहा रहा है आदरयुक्त आंसू आज़ाद हिन्द फ़ौज की करदी स्थापना जय हिंदी का नारा देकर