Poem Written By Dr. Lata Satyawan Naik

एक युगप्रवर्तक
आत्मविभूषित युगनायक
कर्णसमान समाजसेवक
देश के सपूत, देश की रक्षक
भारत के अग्रेसर नेताजी
सुभाष चंद्रो बसु
स्मरण में इनके देश आज
बहा रहा है आदरयुक्त आंसू
आज़ाद हिन्द फ़ौज की करदी स्थापना
जय हिंदी का नारा देकर , किया पूरा , देश का सपना
नेताजी मनमे हरदम एक टीस है उभरती
आप होते, तो देश की , आज ऐसी स्थिति न होती
भारत का विभाजन आप कटाई होने ना देते
एकसंघ राष्ट्र बनता हमारा देश , ब सब है कहते
खून बहाया अपना, भारत वर्ष के लिए
जापान के अस्पताल में, आखरी सांस ली, प्राण त्याद दिए
1992 में मरणोपरांत भारतरत्न
प्रदान किया आपको
अभागे हम , सरकार ने वापस लिया इस पुरस्कारको
कब समझेंगे , यहाँ नासमझ क़ुरबानी आपको
दिया हुआ पुरस्कार वापस लेकर
कैसी किम्मत की एक सेनानी की

— डॉ. लता सत्यवान नायक

Poem Written By Dr. Lata Satyawan Naik

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